Wednesday, July 30, 2025
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    उत्तर भारत में भीषण गर्मी का कहर

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    उत्तर भारत में मौसम विभाग का रेड अलर्ट

    उत्तर भारत के कई राज्य इस समय भीषण गर्मी का कहर झेल रहे हैं। आसमान से बरसती आग ने लोगों का जीवन मुश्किल कर दिया है। Delhi, UP, और राजस्थान समेत कई इलाकों में तापमान नए रिकॉर्ड बना रहा है। इस कारण, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कई जगहों के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है। यह चेतावनी स्थिति की गंभीरता को दर्शाती है।

    इसके अलावा, दिन के समय गर्म हवाएं यानी लू चल रही हैं। इस ताप ने आम जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। लोगों को जरूरी काम होने पर ही घर से निकलने की सलाह दी गई है। वास्तव में, गर्मी का यह प्रकोप स्वास्थ्य के लिए एक बड़ा खतरा बन गया है।

    उत्तर भारत मौसम में विभाग की चेतावनी और रेड अलर्ट

    उत्तर भारत

    मौसम विभाग ने स्थिति को बेहद गंभीर बताया है। दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और UP के लिए चेतावनी जारी हुई है। इनमें से कई जगहों पर ‘रेड अलर्ट’ लागू किया गया है। इसका मतलब है कि गर्मी का स्तर खतरनाक है। इससे सभी आयु वर्ग के लोगों के स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है।

    हालांकि, विभाग ने यह भी बताया कि हीटवेव की यह स्थिति अगले कुछ दिनों तक बनी रह सकती है। अधिकारियों ने स्थानीय प्रशासन को भी तैयार रहने के निर्देश दिए हैं। इसलिए, लोगों से अत्यधिक सावधानी बरतने की अपील की जा रही है। यह गर्मी की लहर सामान्य नहीं है।

    राजधानी दिल्ली में तापमान का तांडव

    देश की राजधानी दिल्ली में गर्मी अपने चरम पर है। यहां के कई इलाकों में तापमान 45 से 47 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया। न्यूनतम तापमान भी 30 डिग्री से ऊपर बना हुआ है। इस वजह से, रात के समय भी लोगों को राहत नहीं मिल रही है।

    इसके अलावा, दिल्ली की सड़कें दिन में सुनसान नजर आ रही हैं। भीषण गर्मी से बचने के लिए लोग घरों और दफ्तरों में कैद रहने को मजबूर हैं। यदि यही हाल रहा तो बिजली और पानी की मांग भी बढ़ सकती है। अंततः, इसका सीधा असर आम आदमी की जेब पर पड़ेगा।

    UP, राजस्थान और हरियाणा का हाल बेहाल

    दिल्ली की तरह ही UP, राजस्थान और हरियाणा भी तप रहे हैं। यूपी के प्रयागराज, कानपुर और आगरा में पारा 46 डिग्री के पार चला गया है। वहां लू के थपेड़ों ने लोगों का बाहर निकलना बंद कर दिया है।

    इसी तरह, राजस्थान के रेगिस्तानी इलाकों में स्थिति और भी खराब है। चुरू और बाड़मेर जैसे शहर आग की भट्टी बने हुए हैं। हरियाणा में भी गर्मी का प्रकोप लगातार जारी है। इस कारण, इन राज्यों में स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ने की आशंका है। किसानों की फसलों पर भी इसका बुरा असर पड़ रहा है।

    आखिर कब मिलेगी इस जानलेवा तपन से राहत?

    अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि राहत कब मिलेगी। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, तत्काल कोई बड़ी राहत की उम्मीद नहीं है। हालांकि, अगले 48 से 72 घंटों में कुछ इलाकों में मौसम बदल सकता है।

    उदाहरण के लिए, पश्चिमी विक्षोभ के असर से धूल भरी आंधी चल सकती है। कुछ जगहों पर हल्की बूंदाबांदी की भी संभावना है। लेकिन, यह राहत केवल अस्थायी होगी। मानसून के आने के बाद ही गर्मी से स्थायी राहत मिल पाएगी। तब तक, लोगों को सावधानी बरतनी होगी।

    स्वास्थ्य पर असर और बचाव के उपाय

    भीषण गर्मी सीधे तौर पर स्वास्थ्य को प्रभावित करती है। डॉक्टरों के अनुसार, हीट स्ट्रोक, डिहाइड्रेशन और सिरदर्द के मामले बढ़ रहे हैं। बच्चों और बुजुर्गों को इसका सबसे ज्यादा खतरा है।

    इसलिए, बचाव के उपाय अपनाना बेहद जरूरी है।

    • दिन में 11 बजे से शाम 4 बजे के बीच बाहर निकलने से बचें।

    • पर्याप्त मात्रा में पानी और अन्य तरल पदार्थों का सेवन करना चाहिए।

    • हल्के रंग के सूती कपड़े पहनें।

    • बाहर निकलते समय सिर और चेहरे को ढककर रखें।

    अंततः, यह समय सतर्क रहने का है। थोड़ी सी भी लापरवाही भारी पड़ सकती है। सरकार और प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करना सभी के हित में है।

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