ओसवाल पंप्स की दमदार लिस्टिंग
मुख्य बातें: पंप बनाने वाली कंपनी ओसवाल पंप्स ने आज शेयर बाजार में एक मजबूत शुरुआत की है। ओसवाल पंप्स लिस्टिंग से निवेशकों को पहले दिन ही अच्छा मुनाफा हुआ। हालांकि, इसका आईपीओ सब्सक्रिप्शन उम्मीद से थोड़ा कम था।
निवेशकों को मिला मुनाफा
इसके शेयर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) दोनों पर प्रीमियम के साथ लिस्ट हुए। यह लिस्टिंग उन निवेशकों के लिए राहत लेकर आई, जिन्होंने इस इश्यू में पैसा लगाया था। अंततः, शेयर ने लिस्टिंग के बाद भी अपनी मजबूती बनाए रखी।
लिस्टिंग पर ओसवाल पंप्स शेयर की कीमत और प्रदर्शन
ओसवाल पंप्स लिमिटेड का शेयर अपने इश्यू प्राइस से ऊपर खुला। कंपनी ने आईपीओ के लिए ₹253 प्रति शेयर का भाव तय किया था। लेकिन वास्तव में, बाजार में इसकी शुरुआत कहीं बेहतर रही। इस कारण, निवेशकों में खुशी का माहौल देखा गया।
BSE पर ओसवाल पंप्स शेयर का प्रदर्शन
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज यानी BSE पर ओसवाल पंप्स का शेयर ₹260 पर खुला। यह इसके इश्यू प्राइस के मुकाबले 2.77% का प्रीमियम दिखाता है। लिस्टिंग के तुरंत बाद, शेयर में खरीदारी बढ़ी। इसके अलावा, इसने दिन के कारोबार में अपर सर्किट भी छुआ।
NSE पर हुई और भी बेहतर शुरुआत
वहीं, NSE पर कंपनी की शुरुआत और भी शानदार रही। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर शेयर ₹265 पर लिस्ट हुआ। इसलिए, यहां निवेशकों को सीधे 4.74% का लिस्टिंग गेन मिला। बाजार के जानकारों के लिए यह एक सकारात्मक संकेत था।
IPO को मिली थी सामान्य प्रतिक्रिया
एक दिलचस्प बात यह है कि ओसवाल पंप्स के आईपीओ को निवेशकों की ओर से खासा उत्साह नहीं मिला। यह पब्लिक इश्यू पूरी तरह से महज 3.5 गुना ही सब्सक्राइब हुआ था। रिटेल निवेशकों का हिस्सा भी पूरी तरह से नहीं भर पाया था।
हालांकि, क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) और नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII) की तरफ से मांग ठीक-ठाक रही। इस सामान्य सब्सक्रिप्शन के बावजूद, शेयर की प्रीमियम पर लिस्टिंग ने कई लोगों को चौंका दिया।
कंपनी का कारोबार और भविष्य की योजनाएं
ओसवाल पंप्स एक जानी-मानी पंप निर्माता कंपनी है। यह मुख्य रूप से कृषि, घरेलू और औद्योगिक उपयोग के लिए पंप बनाती है। कंपनी का प्लांट हरियाणा में स्थित है। यह 40 से अधिक देशों में अपने उत्पादों का निर्यात भी करती है।
फंड का कहाँ होगा इस्तेमाल?
कंपनी ने आईपीओ के जरिए करीब ₹66.33 करोड़ जुटाए हैं। इस फंड का एक बड़ा हिस्सा एक नई विनिर्माण इकाई (manufacturing facility) स्थापित करने में खर्च होगा। इसके अलावा, कुछ राशि का उपयोग कंपनी की कार्यशील पूंजी (working capital) की जरूरतों को पूरा करने के लिए किया जाएगा।
निवेशकों को अब क्या करना चाहिए?
बाजार विशेषज्ञों के अनुसार, जिन निवेशकों को लिस्टिंग गेन मिला है, वे आंशिक मुनाफावसूली पर विचार कर सकते हैं। कंपनी का कारोबार स्थिर है, लेकिन बाजार में उतार-चढ़ाव बना रह सकता है। इसलिए, सावधानी बरतना जरूरी है।
यदि आप एक लंबी अवधि के निवेशक हैं, तो कंपनी के प्रदर्शन पर नजर बनाए रख सकते हैं। कंपनी की भविष्य की विकास योजनाएं इसके शेयर की चाल तय करेंगी। अंततः, निवेश का कोई भी फैसला अपनी जोखिम क्षमता के आधार पर ही लेना चाहिए।
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