वोटर आईडी कार्ड अब 15 दिन में घर पर आएगा
चुनाव आयोग की यह पहल लाखों नए मतदाताओं के लिए है। इसके अलावा, यह उन लोगों के लिए भी है जो अपने कार्ड में सुधार कराते हैं। अब पूरी प्रक्रिया को तेज और पारदर्शी बनाया गया है। नया PVC वोटर कार्ड ज्यादा सुरक्षित और टिकाऊ भी है। यह बदलाव मतदाता पंजीकरण को प्रोत्साहित करेगा।
क्या है चुनाव आयोग का नया कदम?
चुनाव आयोग ने मतदाता पहचान पत्र की डिलीवरी प्रक्रिया को बदल दिया है। पहले इस प्रक्रिया में काफी समय लगता था। कई बार महीनों तक कार्ड नहीं पहुंचता था। लेकिन वास्तव में, अब ऐसा नहीं होगा। आयोग ने इसे समयबद्ध बना दिया है।
इस नई व्यवस्था के तहत, आवेदन स्वीकृत होने के बाद कार्ड प्रिंट होगा। इसके बाद, इसे तुरंत स्पीड पोस्ट के माध्यम से भेज दिया जाएगा। इस कारण, अब केवल 15 दिनों में कार्ड आपके दरवाजे पर होगा। यह पूरी तरह से मुफ्त सेवा है।
नए वोटर कार्ड में क्या है खास?
नया वोटर आईडी कार्ड पुराने कागज वाले कार्ड जैसा नहीं है। बल्कि, यह एक PVC (पॉलीविनाइल क्लोराइड) कार्ड है। यह एटीएम या क्रेडिट कार्ड की तरह मजबूत होता है। यह आसानी से खराब या गीला नहीं होता है।
सुरक्षा के नए फीचर्स
इस कार्ड में कई नए सुरक्षा फीचर्स भी हैं। उदाहरण के लिए, इसमें एक सुरक्षित QR कोड होता है। इस कोड को स्कैन करके मतदाता की जानकारी जाँची जा सकती है। इसके अलावा, इसमें होलोग्राम और घोस्ट इमेज जैसे फीचर्स भी शामिल हैं। ये फीचर्स कार्ड का डुप्लीकेट बनाना मुश्किल करते हैं।
कैसे करें ऑनलाइन आवेदन?
नया वोटर कार्ड बनवाना या सुधार कराना अब बेहद सरल है। आप घर बैठे ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए आपको चुनाव आयोग के पोर्टल पर जाना होगा। पूरी प्रक्रिया नीचे बताई गई है।
स्टेप-बाय-स्टेप प्रक्रिया
1. सबसे पहले चुनाव आयोग के वोटर्स सर्विस पोर्टल पर जाएं। आप यहां क्लिक करके (Outbound Link) सीधे पोर्टल पर जा सकते हैं।
2. यदि आप नए मतदाता हैं, तो फॉर्म 6 (Form 6) भरें।
3. अगर आपको कार्ड में सुधार, पता बदलना या डुप्लीकेट कार्ड चाहिए, तो फॉर्म 8 (Form 8) भरें।
4. फॉर्म में अपनी व्यक्तिगत जानकारी सही-सही दर्ज करें।
5. अपना पासपोर्ट साइज फोटो, पते का प्रमाण और आयु का प्रमाण अपलोड करें।
6. सबमिट करने के बाद आपको एक रेफरेंस नंबर मिलेगा।
आवेदन की स्थिति कैसे जांचें?
रेफरेंस नंबर के माध्यम से आप अपने आवेदन की वर्तमान स्थिति को आसानी से ट्रैक कर सकते हैं। पोर्टल पर उपलब्ध ‘Track Application Status’ विकल्प का उपयोग करके आप यह जान सकते हैं कि आपका आवेदन स्वीकृत हो गया है या नहीं।, तो 15 दिनों में कार्ड भेज दिया जाएगा।
इस पहल का उद्देश्य और असर
इस पहल का मुख्य उद्देश्य मतदाता पंजीकरण को आसान बनाना है। खासकर युवा मतदाताओं को इससे काफी प्रोत्साहन मिलेगा। लंबी प्रक्रियाओं के कारण कई लोग आवेदन करने से बचते थे। हालांकि, अब यह समस्या दूर हो जाएगी।
इससे चुनावी प्रक्रिया में लोगों का विश्वास भी बढ़ेगा। जब सरकारी सेवाएं तेजी से मिलती हैं, तो सिस्टम पारदर्शी बनता है। अंततः, यह लोकतंत्र के लिए एक सकारात्मक विकास है। इस पहल से जुड़ी अन्य जानकारी के लिए आप आधार कार्ड अपडेट प्रक्रिया (Internal Link) भी पढ़ सकते हैं।
निष्कर्ष: मतदाता सुविधा की ओर बड़ा कदम
कुल मिलाकर, चुनाव आयोग का यह फैसला सराहनीय है। 15 दिनों में वोटर आईडी कार्ड की होम डिलीवरी एक क्रांतिकारी सुधार है। यह न केवल समय बचाएगा, बल्कि प्रक्रिया को भी सुरक्षित बनाएगा। अब हर योग्य नागरिक आसानी से अपना मताधिकार प्राप्त कर सकता है। यह कदम ‘सुगम चुनाव’ के लक्ष्य को साकार करता है।