अजिंक्य रहाणे की वापसी पर बड़ा बयान, कहा- अभी जुनून बाकी है
भारतीय टीम से बाहर चल रहे अजिंक्य रहाणे ने एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में **अजिंक्य रहाणे की वापसी** की इच्छा जताई है। रहाणे ने साफ कहा कि वह अभी भी देश के लिए खेलना चाहते हैं। उनका यह बयान उनके फैंस के लिए एक उम्मीद की किरण है। उन्होंने अपने इरादे जाहिर कर दिए हैं।
इसके अलावा, उन्होंने कहा कि वह अपने खेल को लेकर बेहद जुनूनी हैं। वह किसी भी चीज को हल्के में नहीं ले रहे हैं। वास्तव में, उनका लक्ष्य सिर्फ और सिर्फ टीम इंडिया में अपनी जगह वापस पाना है। यह उनके दृढ़ संकल्प को दिखाता है।
“अभी हार नहीं मानी है”: रहाणे का संकल्प
अजिंक्य रहाणे इस समय भारतीय टेस्ट टीम का हिस्सा नहीं हैं। खराब फॉर्म के कारण उन्हें टीम से बाहर किया गया था। हालांकि, रहाणे ने अभी तक हार नहीं मानी है। उन्होंने कहा कि वह अपने खेल पर पूरा ध्यान दे रहे हैं। वह किसी भी नकारात्मक बात पर ध्यान नहीं देते।
इस कारण, वह सिर्फ अपने प्रदर्शन को सुधारने में लगे हैं। उनका मानना है कि उनका काम सिर्फ रन बनाना है। बाकी चीजें चयनकर्ताओं के हाथ में होती हैं। यह एक पेशेवर खिलाड़ी की निशानी है। वह अपने लक्ष्य के प्रति पूरी तरह समर्पित हैं।
क्यों हुए थे टीम से बाहर?
अजिंक्य रहाणे भारतीय टीम के उप-कप्तान भी रह चुके हैं। उनकी कप्तानी में भारत ने ऑस्ट्रेलिया में ऐतिहासिक सीरीज जीती थी। हालांकि, पिछले कुछ सालों से उनका बल्ला खामोश रहा। वह लगातार रन बनाने में असफल हो रहे थे।
इसलिये, चयनकर्ताओं ने उन्हें टीम से बाहर करने का फैसला किया। उन्होंने WTC फाइनल 2023 में वापसी की थी। लेकिन वहां भी वह उम्मीदों पर खरे नहीं उतर पाए। अंततः, उन्हें फिर से टीम से ड्रॉप कर दिया गया। भारतीय टीम का मध्यक्रम अभी भी स्थिर नहीं है। (यह एक आंतरिक लिंक है)।
क्या वापसी संभव है?
रहाणे की वापसी की राह आसान नहीं होगी। भारतीय टीम में इस समय काफी प्रतिस्पर्धा है। श्रेयस अय्यर, केएल राहुल और शुभमन गिल जैसे खिलाड़ी मध्यक्रम में अपनी जगह बना चुके हैं। इसके अलावा, सरफराज खान जैसे युवा खिलाड़ी भी अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं।
यदि तो रहाणे घरेलू क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उनकी वापसी संभव हो सकती है। उन्हें रणजी ट्रॉफी और अन्य टूर्नामेंटों में ढेर सारे रन बनाने होंगे। आप इस खबर की पूरी जानकारी News24 पर पढ़ सकते हैं। (यह एक आउटबाउंड लिंक है)।
रहाणे के अनुभव से टीम को मदद मिल सकती है, लेकिन वास्तविक चुनौती यह है कि वे अपने प्रदर्शन के दम पर चयनकर्ताओं का भरोसा फिर से हासिल करें। आखिर में, यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या उनका जज्बा उन्हें टीम इंडिया की सफेद जर्सी फिर से पाने में सफल बनाएगा या नहीं।