डोभाल का चैलेंज: ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का एक सबूत दिखाओ
भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल ने एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने विदेशी मीडिया को खुली चुनौती दी है। यह अजित डोभाल का चैलेंज ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दावों को लेकर है। वास्तव में, उन्होंने इन आरोपों को सीधे तौर पर खारिज कर दिया है।
विदेशी मीडिया में भारत पर गंभीर आरोप लग रहे थे। इसके अलावा, इन रिपोर्ट्स में पाकिस्तान में कथित अभियानों का जिक्र था। इन्हीं अभियानों को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ कहा गया। इसलिए, डोभाल का यह बयान भारत के कड़े रुख को स्पष्ट करता है।
‘एक तस्वीर दिखाओ’ – डोभाल की दो टूक
अजित डोभाल ने विदेशी मीडिया से सीधा सवाल पूछा। उन्होंने कहा, “मुझे बस एक तस्वीर दिखा दो।” उनका यह बयान आरोपों को पूरी तरह निराधार बताता है। बल्कि, यह भारत के आत्मविश्वास को भी दर्शाता है।
यह पहली बार है जब इतने बड़े स्तर पर किसी अधिकारी ने ऐसी चुनौती दी है। इस कारण, यह मामला अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में आ गया है।
क्या है ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का यह पूरा मामला?
हाल ही में कुछ अंतरराष्ट्रीय मीडिया संस्थानों ने रिपोर्ट छापी थी। इन रिपोर्ट्स में भारत पर गंभीर आरोप लगाए गए थे। उदाहरण के लिए, इसमें कहा गया कि भारत पाकिस्तान में गुप्त ऑपरेशन कर रहा है।
इन कथित ऑपरेशनों को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का सांकेतिक नाम दिया गया था। भारत सरकार ने हमेशा इन दावों का खंडन किया है। डोभाल का बयान इसी खंडन को और मजबूती देता है।
भारत का आधिकारिक रुख और इसका असर
भारत हमेशा से ऐसे आरोपों को पाकिस्तान का प्रोपेगैंडा बताता रहा है। डोभाल का बयान इसी आधिकारिक नीति को दोहराता है। हालांकि, इस बार यह बयान सीधे NSA की तरफ से आया है। इस कारण, इसका वजन और भी ज्यादा बढ़ जाता है।
कूटनीति पर क्या होगा असर?
डोभाल का यह बयान पाकिस्तान के लिए एक सीधा संदेश है। यह संदेश है कि भारत इन दावों को गंभीरता से नहीं लेता है। अंततः, यह अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की स्थिति को और मजबूत करता है।
अब देखना होगा कि इस बयान के बाद भारत-पाकिस्तान कूटनीति में क्या बदलाव आते हैं। (यह एक आंतरिक लिंक है)
आधिकारिक बयानों और विदेश नीति पर जानकारी के लिए आप विदेश मंत्रालय की वेबसाइट देख सकते हैं। (यह एक आउटबाउंड लिंक है)