जडेजा की धीमी बल्लेबाजी पर उठे सवाल, फैंस ने कहा- स्वार्थी पारी!
रवींद्र जडेजा की धीमी बल्लेबाजी एक बार फिर चर्चा में है। धर्मशाला टेस्ट में उनकी पारी पर कई सवाल उठे हैं। भारत इस मैच में बेहद मजबूत स्थिति में था। इसके बावजूद, जडेजा ने काफी धीमी गति से रन बनाए। इस कारण, सोशल मीडिया पर फैंस उनकी आलोचना कर रहे हैं।
जडेजा की बैटिंग पर सवाल उठना लाजमी है। वह जब क्रीज पर आए, तब टीम का स्कोर 428 रन था। रोहित शर्मा और शुभमन गिल शतक लगा चुके थे। हालांकि, जडेजा ने अपनी पारी में बेहद सुस्त रवैया दिखाया। उन्होंने 50 गेंदों का सामना करके सिर्फ 15 रन बनाए।
आलोचना का मुख्य कारण क्या है?
जडेजा की धीमी पारी की टाइमिंग सवालों के घेरे में है। उस समय टीम को तेज गति से रनों की जरूरत थी। सरफराज खान अपना विकेट गंवा चुके थे। इसके बाद जडेजा से एक तेज पारी की उम्मीद थी। लेकिन, उन्होंने रक्षात्मक खेल दिखाया। उनकी इस रणनीति को समझना मुश्किल था।
इसके अलावा, फैंस ने उनकी मंशा पर भी सवाल उठाए। कई लोगों ने इसे एक ‘स्वार्थी पारी’ तक कह दिया। उनका मानना था कि जडेजा शायद अपने निजी आंकड़ों के लिए खेल रहे थे। हालांकि, वह कोई बड़ा स्कोर बनाने में भी नाकाम रहे। अंततः, मार्क वुड ने उन्हें एलबीडब्ल्यू आउट कर दिया।
क्या साथी बल्लेबाज पर बना दबाव?
जडेजा की धीमी गति का असर दूसरे छोर पर भी दिखा। उनके साथ देवदत्त पडिक्कल बल्लेबाजी कर रहे थे। पडिक्कल अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे थे। वास्तव में, जडेजा के धीमे खेल ने उन पर दबाव बनाया होगा। इस कारण टीम की रन गति काफी प्रभावित हुई।
उदाहरण के लिए, एक अनुभवी खिलाड़ी से ऐसी उम्मीद नहीं की जाती है। खासकर तब, जब टीम पहले से ही ड्राइविंग सीट पर हो। यदि जडेजा तेज खेलते, तो भारत की बढ़त और बड़ी हो सकती थी। लेकिन, ऐसा नहीं हो सका और टीम 477 रनों पर सिमट गई।
क्या टीम मैनेजमेंट की कोई रणनीति थी?
कुछ विशेषज्ञ इस धीमी पारी को अलग नजर से देख रहे हैं। हो सकता है यह टीम मैनेजमेंट की कोई रणनीति हो। शायद जडेजा को विकेट पर टिके रहने के लिए कहा गया हो। इसका एक कारण यह भी हो सकता है कि पिच बदल रही थी। हालांकि, इस बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
इस पूरी सीरीज में भारतीय बल्लेबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया। कप्तान रोहित शर्मा के नेतृत्व की भी तारीफ हुई। आप इस मैच का विस्तृत स्कोरकार्ड ESPNcricinfo पर देख सकते हैं। यह भारत की एक बड़ी जीत थी।
अंततः, भारत ने यह मैच एक पारी और 64 रनों से जीता। इस जीत ने सीरीज का नतीजा 4-1 कर दिया। इसलिए, जडेजा की इस पारी का मैच के परिणाम पर कोई असर नहीं पड़ा। लेकिन, यह एक बड़े खिलाड़ी के प्रदर्शन पर बहस जरूर छोड़ गया। टीम के शानदार प्रदर्शन पर हमारा विस्तृत लेख सीरीज विश्लेषण में पढ़ें।