भारत बनाम इंग्लैंड: टीम इंडिया की विशाल जीत, सीरीज बराबर
विशाखापट्टनम में खेले गए भारत बनाम इंग्लैंड दूसरा टेस्ट मैच भारत ने जीत लिया है। टीम इंडिया ने इंग्लैंड को 106 रनों से करारी शिकस्त दी। इस जीत के बाद पांच मैचों की सीरीज में स्कोर 1-1 की बराबरी हो गई है। इस मैच में भारत की टीम को जीत दिलाने में शुभमन गिल और जसप्रीत बुमराह का अहम योगदान रहा।
भारत ने इंग्लैंड के सामने 399 रनों का विशाल लक्ष्य रखा था। इसके जवाब में इंग्लैंड की पूरी टीम 292 रनों पर सिमट गई। हालांकि, मेहमान टीम ने संघर्ष जरूर किया। लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया। अंततः, भारत ने मैच के चौथे दिन ही जीत दर्ज कर ली।
शुभमन गिल के शतक ने रखी जीत की नींव
भारत की दूसरी पारी में शुभमन गिल का शतक बेहद महत्वपूर्ण था। टीम इंडिया एक समय दबाव में थी। तब गिल ने एक छोर संभाले रखा। उन्होंने 147 गेंदों पर 104 रनों की शानदार पारी खेली। वास्तव में, इसी पारी ने भारत को एक मजबूत बढ़त दिलाई।
गिल काफी समय से खराब फॉर्म से जूझ रहे थे। इस शतक से उनका आत्मविश्वास जरूर लौटेगा। इसके अलावा, उनकी इस पारी ने टीम को मुश्किल स्थिति से बाहर निकाला। यह उनके टेस्ट करियर का एक यादगार शतक साबित हुआ।
गेंदबाजों का दमदार प्रदर्शन
इस मैच में भारतीय गेंदबाजों का प्रदर्शन लाजवाब रहा। जसप्रीत बुमराह और रविचंद्रन अश्विन ने मिलकर इंग्लैंड की कमर तोड़ दी। दोनों ने मिलकर कुल 15 विकेट झटके। इस कारण, इंग्लैंड का बैजबॉल यहाँ पूरी तरह विफल रहा।
जसप्रीत बुमराह की घातक गेंदबाजी
जसप्रीत बुमराह इस मैच के सबसे बड़े हीरो रहे। उन्होंने मैच में कुल 9 विकेट अपने नाम किए। पहली पारी में उन्होंने 6 विकेट लेकर इंग्लैंड को सस्ते में समेटा था। इसके अलावा, दूसरी पारी में भी उन्होंने 3 अहम विकेट लिए। उनका प्रदर्शन मैच का निर्णायक फैक्टर बना।
अश्विन का शानदार साथ
रविचंद्रन अश्विन ने भी बुमराह का बेहतरीन साथ दिया। वह अपने 500वें टेस्ट विकेट से सिर्फ एक कदम दूर हैं। दूसरी पारी में अश्विन ने तीन महत्वपूर्ण विकेट हासिल किए। उन्होंने बेन डकेट और ओली पोप को जल्दी पवेलियन भेजा। इसलिए, इंग्लैंड की शुरुआत खराब रही।
इंग्लैंड के बैजबॉल की हवा निकली
399 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड ने तेज शुरुआत की। जैक क्रॉली ने 73 रनों की तेज पारी खेली। एक समय ऐसा लग रहा था कि इंग्लैंड मैच में बना हुआ है। लेकिन, भारतीय गेंदबाजों ने नियमित अंतराल पर विकेट लिए।
कप्तान बेन स्टोक्स का रन आउट होना मैच का एक टर्निंग पॉइंट था। वह 11 रन बनाकर श्रेयस अय्यर के सीधे थ्रो पर आउट हुए। अंततः, पूरी टीम ताश के पत्तों की तरह बिखर गई। क्रिकेट के नियमों और रिकॉर्ड्स के लिए आप आईसीसी की वेबसाइट देख सकते हैं।
कुल मिलाकर, यह जीत भारत के लिए बेहद जरूरी थी। हैदराबाद में पहला टेस्ट हारने के बाद टीम पर काफी दबाव था। यदि आप पहले टेस्ट का विश्लेषण पढ़ना चाहते हैं, तो हमारा लेख पहला टेस्ट मैच रिव्यू देखें। अब सीरीज का रोमांच और भी बढ़ गया है।