Monday, July 28, 2025
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    स्मार्टवर्क्स आईपीओ आज से खुला: क्या आपको निवेश करना चाहिए?

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    स्मार्टवर्क्स आईपीओ आज से खुला: क्या आपको निवेश करना चाहिए?

    शेयर बाजार में एक और कंपनी ने दस्तक दी है। देश की बड़ी फ्लेक्सिबल वर्कस्पेस कंपनी स्मार्टवर्क्स का आईपीओ आज से खुल गया है। स्मार्टवर्क्स आईपीओ के जरिए कंपनी ₹582 करोड़ जुटाने की योजना में है। इस कारण, निवेशकों की नजरें इस पब्लिक ऑफर पर टिकी हुई हैं। यह आईपीओ निवेश के लिए तीन दिनों तक खुला रहेगा।

    स्मार्टवर्क्स देश में कोवर्किंग स्पेस मुहैया कराती है। यह बड़ी कंपनियों को ऑफिस स्पेस देती है। हालांकि, यह इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (OFS) है। इसका मतलब है कि कंपनी को कोई पैसा नहीं मिलेगा। मौजूदा निवेशक अपनी हिस्सेदारी बेच रहे हैं।

    आईपीओ की मुख्य जानकारी

    निवेशकों के लिए इस आईपीओ की कुछ बातें जानना जरूरी हैं। कंपनी ने इसके लिए एक प्राइस बैंड तय किया है। इसके अलावा, निवेशकों को एक निश्चित लॉट साइज में बोली लगानी होगी।

    • आईपीओ साइज: ₹582 करोड़ (पूरी तरह OFS)
    • प्राइस बैंड: ₹180 – ₹190 प्रति शेयर
    • खुलने की तारीख: 10 जुलाई, 2025
    • बंद होने की तारीख: 12 जुलाई, 2025
    • लॉट साइज: 78 शेयरों का एक लॉट

    इसलिए, एक रिटेल निवेशक को कम से कम ₹14,820 का निवेश करना होगा।

    कंपनी की ताकत: क्या हैं निवेश के अच्छे संकेत?

    स्मार्टवर्क्स अपने सेक्टर की एक बड़ी कंपनी है। कंपनी मुनाफे में चल रही है। यह एक सकारात्मक संकेत है। उदाहरण के लिए, कंपनी के पास बड़े कॉरपोरेट ग्राहक हैं। इससे कंपनी की आय स्थिर रहती है। भारत में फ्लेक्सिबल वर्कस्पेस की मांग भी तेजी से बढ़ रही है।

    स्मार्टवर्क्स आईपीओ

    कंपनी का पोर्टफोलियो काफी बड़ा है। यह 14 बड़े शहरों में मौजूद है। अंततः, मजबूत ब्रांड पहचान और बढ़ता बाजार कंपनी के पक्ष में है। यह लंबी अवधि के निवेशकों को आकर्षित कर सकता है।

    निवेश से पहले इन जोखिमों पर जरूर दें ध्यान

    इस आईपीओ में कुछ जोखिम भी हैं। सबसे बड़ा जोखिम यह है कि यह 100% ऑफर फॉर सेल है। लेकिन वास्तव में, इसका मतलब है कि आईपीओ से जुटाई गई रकम कंपनी के विस्तार में नहीं लगेगी। यह पैसा मौजूदा शेयरधारकों के पास जाएगा। इसमें प्रमोटर और निवेशक शामिल हैं।

    कोवर्किंग का बाजार काफी प्रतिस्पर्धी है। कई छोटी और बड़ी कंपनियां इस सेक्टर में हैं। यदि प्रतिस्पर्धा बढ़ती है, तो कंपनी के मार्जिन पर असर पड़ सकता है। आईपीओ में निवेश से पहले इन सभी बातों का विश्लेषण जरूरी है।

    इसके अलावा, कंपनी का कारोबार रियल एस्टेट बाजार पर निर्भर है। प्रॉपर्टी के किराए में उतार-चढ़ाव का सीधा असर कंपनी के मुनाफे पर होता है।

    अंतिम फैसला: क्या करें निवेशक?

    स्मार्टवर्क्स एक स्थापित और मुनाफे वाली कंपनी है। लेकिन यह पूरी तरह से OFS है। इसलिए, निवेशकों को सावधानी से फैसला लेना चाहिए। जो निवेशक लिस्टिंग गेन के लिए पैसा लगाना चाहते हैं, उन्हें सतर्क रहना होगा।

    वहीं, लंबी अवधि के निवेशक कंपनी के ग्रोथ को देख सकते हैं। उन्हें अपनी जोखिम क्षमता के आधार पर ही कोई निर्णय लेना चाहिए।

    आईपीओ से जुड़ी सभी आधिकारिक जानकारी और ड्राफ्ट पेपर के लिए निवेशक सेबी की वेबसाइट देख सकते हैं।

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