WWDC ऐप्पल इंटेलिजेंस के नए फीचर्स की बड़ी घोषणाएं
ऐप्पल ने अपनी वार्षिक डेवलपर कॉन्फ्रेंस WWDC 2025 में एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। कंपनी ने अपना लंबे समय से चर्चित AI सिस्टम पेश कर दिया है, जिसका नाम ऐप्पल इंटेलिजेंस रखा गया है। वास्तव में, यह एप्पल के इकोसिस्टम में एक बड़ा बदलाव लाएगा। यह सीधे तौर पर गूगल और माइक्रोसॉफ्ट को टक्कर देगा।
इस नए AI प्लेटफॉर्म में कई शानदार फीचर्स शामिल हैं। इनमें लाइव ट्रांसलेशन, पर्सनलाइज्ड वर्कआउट बडी और बेहतर शॉर्टकट्स प्रमुख हैं। एप्पल की कृत्रिम बुद्धिमत्ता अब यूजर्स के अनुभव को ज्यादा व्यक्तिगत बनाएगी। इसलिए, आईफोन, आईपैड और मैक का इस्तेमाल और भी आसान हो जाएगा।
WWDC लाइव ट्रांसलेशन: अब भाषा की कोई बाधा नहीं
ऐप्पल इंटेलिजेंस का सबसे आकर्षक फीचर लाइव ट्रांसलेशन है। यह फीचर रियल-टाइम में दो अलग-अलग भाषा बोलने वालों के बीच बातचीत को ट्रांसलेट करेगा। उदाहरण के लिए, अब आप विदेश यात्रा के दौरान आसानी से स्थानीय लोगों से बात कर सकेंगे।
यह पूरी प्रक्रिया डिवाइस पर ही होगी। इस कारण, यूजर की प्राइवेसी पूरी तरह सुरक्षित रहेगी। यह फीचर वॉयस कॉल और फेसटाइम दोनों पर काम करेगा। अंततः, यह कम्युनिकेशन के तरीके को बदल सकता है।
वर्कआउट बडी: आपका अपना AI फिटनेस कोच
फिटनेस के शौकीनों के लिए एप्पल एक नया तोहफा लाया है। इसका नाम ‘वर्कआउट बडी’ है। यह एक AI आधारित पर्सनल ट्रेनर की तरह काम करेगा। यह आपकी फिटनेस और लक्ष्यों के आधार पर वर्कआउट प्लान बनाएगा।
इसके अलावा, यह रियल-टाइम में आपके पोस्चर और फॉर्म पर फीडबैक देगा। यह एप्पल वॉच के साथ मिलकर काम करेगा। यदि आप कोई एक्सरसाइज गलत कर रहे हैं, तो यह आपको तुरंत बताएगा। यह फीचर फिटनेस ऐप्स को एक नई दिशा देगा।
शॉर्टकट्स हुए और भी स्मार्ट
शॉर्टकट्स ऐप को भी एप्पल इंटेलिजेंस से पावर किया गया है। अब यूजर्स ज्यादा जटिल कमांड आसानी से बना सकते हैं। आपको बस सामान्य भाषा में बताना होगा कि आप क्या करना चाहते हैं। बल्कि, AI खुद ही कई ऐप्स को मिलाकर एक वर्कफ्लो तैयार कर देगा।
उदाहरण के लिए, आप कह सकते हैं, “मेरी लेटेस्ट फोटो लो, उसे वॉटरमार्क करो और मेरे परिवार को भेज दो।” AI यह सब कुछ अपने आप कर देगा। यह प्रोडक्टिविटी बढ़ाने में बहुत मददगार साबित होगा।
प्राइवेसी और सुरक्षा पर पूरा जोर
एप्पल ने हमेशा की तरह प्राइवेसी को पहली प्राथमिकता दी है। ज्यादातर AI प्रोसेसिंग सीधे डिवाइस पर होगी। हालांकि, कुछ जटिल कार्यों के लिए क्लाउड का इस्तेमाल होगा। इसके लिए कंपनी ने “प्राइवेट क्लाउड कंप्यूट” टेक्नोलॉजी पेश की है।
कंपनी का दावा है कि आपका डेटा कभी भी स्टोर नहीं किया जाएगा। इस विषय में अधिक जानने के लिए आप हमारी डेटा प्राइवेसी पर रिपोर्ट पढ़ सकते हैं। (यह एक आंतरिक लिंक है)।
ये सभी विशेषताएं iOS 19 के साथ जारी की जाएंगी। अधिक आधिकारिक जानकारी के लिए, आप एप्पल की आधिकारिक वेबसाइट पर जा सकते हैं। (कृपया ध्यान दें कि यह एक बाह्य लिंक है)।