मदन लाल आकाश दीप पर भड़के, बोले- ‘कौन सा मैच देख लिया?’
टीम इंडिया ने इंग्लैंड को एजबेस्टन में हरा दिया। लेकिन इस जीत के बाद भी मदन लाल का आकाश दीप पर गुस्सा देखने को मिला। वास्तव में, पूर्व विश्व कप विजेता मदन लाल युवा तेज गेंदबाज की एक गलती से बेहद नाराज हैं। इस कारण, उन्होंने आकाश दीप की जमकर आलोचना की है। उनकी तीखी टिप्पणी अब चर्चा का विषय बन गई है।
यह पहली बार नहीं है जब किसी पूर्व खिलाड़ी ने युवा क्रिकेटर को सलाह दी है। हालांकि, मदन लाल का लहजा काफी सख्त था। उन्होंने सीधे तौर पर आकाश दीप की बुनियादी समझ पर सवाल उठाया। इससे पता चलता है कि वह इस गलती को कितना गंभीर मान रहे हैं।
आखिर क्या थी आकाश दीप की वो गलती?
मैच के दौरान आकाश दीप ने एक बहुत ही बुनियादी चूक की। उन्होंने एक ऐसी गलती की जिसकी उम्मीद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नहीं की जाती। हालांकि यह गलती मैच के नतीजे पर भारी नहीं पड़ी। लेकिन यह एक गेंदबाज की अनुशासनहीनता को दर्शाती है।
इस कारण, मदन लाल ने अपनी निराशा व्यक्त की। उनका मानना है कि ऐसी गलतियां अस्वीकार्य हैं। खासकर तब जब आप देश के लिए खेल रहे हों। यह युवा खिलाड़ियों के लिए एक चेतावनी जैसा है।
मदन लाल ने क्यों दिखाई इतनी नाराजगी?
मदन लाल अपनी बेबाक राय के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने कहा, “यह कोई गली क्रिकेट नहीं है।” उनका बयान बहुत स्पष्ट था। वह यह संदेश देना चाहते थे कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में हर गेंद मायने रखती है। इसके इलावा, उन्होंने यह भी पूछा कि क्या आकाश ने मैच को गंभीरता से नहीं लिया।
उदाहरण के लिए, एक छोटी सी चूक भी बड़े मैचों में भारी पड़ सकती है। यदि यह मैच करीबी होता तो यही गलती हार का कारण बन सकती थी। मदन लाल का गुस्सा इसी दूरगामी सोच का परिणाम है।
जीत के बावजूद आलोचना कितनी सही?
कई लोग सोच सकते हैं कि जीत के बाद आलोचना नहीं होनी चाहिए। लेकिन वास्तव में, पेशेवर खेल में सुधार की गुंजाइश हमेशा रहती है। क्रिकेट की अन्य बड़ी खबरें यहां पढ़ें। (यह एक Outbound Link है) जीत को गलतियों पर पर्दा डालने का बहाना नहीं बनाना चाहिए।
यह आलोचना आकाश दीप के लिए एक सीखने का अवसर है। इससे उन्हें अपनी जिम्मेदारी का एहसास होगा। अंततः, ऐसी ही कठोर प्रतिक्रियाएं एक खिलाड़ी को बेहतर बनाती हैं। टीम इंडिया का भविष्य का शेड्यूल देखें। (यह एक Internal Link है)
युवा खिलाड़ियों के लिए क्या है सबक?
यह पूरा मामला युवा भारतीय क्रिकेटरों के लिए एक बड़ा सबक है। टैलेंट के साथ-साथ अनुशासन भी बहुत जरूरी है। खेल की बुनियादी बातों को कभी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
आकाश दीप एक प्रतिभाशाली गेंदबाज हैं। इसमें कोई शक नहीं है। लेकिन उन्हें अपनी एकाग्रता पर काम करना होगा। उम्मीद है कि वह इस आलोचना को सकारात्मक रूप से लेंगे और भविष्य में ऐसी गलतियों से बचेंगे।