BSE शेयर प्राइस में भूचाल, जानें गिरावट की बड़ी वजह
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) के शेयरों में भारी बिकवाली देखने को मिल रही है। पिछले तीन कारोबारी सत्रों में BSE शेयर प्राइस लगभग 15% तक टूट गया है। इस तेज गिरावट ने निवेशकों की चिंता बढ़ा दी है। इसलिए, बाजार में इस स्टॉक को लेकर एक नकारात्मक माहौल बन गया है।
इस बड़ी गिरावट के पीछे बाजार नियामक सेबी का एक अहम फैसला है। वास्तव में, सेबी ने एक बड़ी ट्रेडिंग फर्म जेन स्ट्रीट (Jane Street) पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह फर्म BSE के डेरिवेटिव्स सेगमेंट में एक बड़ी भागीदार थी। इस कारण, BSE की कमाई पर असर पड़ने की आशंका है।
गिरावट का मुख्य कारण: जेन स्ट्रीट पर बैन
सेबी ने हाल ही में प्रोप्राइटरी ट्रेडिंग फर्म जेन स्ट्रीट पर प्रतिबंध लगाया है। यह फर्म BSE के डेरिवेटिव्स वॉल्यूम में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती थी। खासकर सेंसेक्स और बैंकेक्स ऑप्शंस में इसकी बड़ी हिस्सेदारी थी।
इस बैन के बाद अब यह आशंका जताई जा रही है कि BSE का डेरिवेटिव्स वॉल्यूम घट सकता है। वॉल्यूम में कमी का सीधा असर एक्सचेंज की आय पर पड़ेगा। यही मुख्य कारण है कि निवेशक BSE के शेयरों में भारी बिकवाली कर रहे हैं।
सेबी का पुराना फैसला भी डाल रहा दबाव
जेन स्ट्रीट पर बैन के अलावा सेबी का एक और फैसला भी दबाव बना रहा है। कुछ समय पहले सेबी ने BSE को नियामक शुल्क (Regulatory Fees) चुकाने का निर्देश दिया था। यह शुल्क ऑप्शंस कॉन्ट्रैक्ट के “नोशनल वैल्यू” पर आधारित होगा।
पहले यह शुल्क सिर्फ प्रीमियम पर लगता था। नोशनल वैल्यू पर शुल्क लगने से BSE पर एक बड़ा वित्तीय बोझ पड़ेगा। इसके अलावा, इस दोहरी मार ने निवेशकों के सेंटिमेंट को बुरी तरह प्रभावित किया है।
रिकॉर्ड ऊंचाई से 21% नीचे आया शेयर
इस भारी बिकवाली के चलते BSE का शेयर अपने रिकॉर्ड स्तर से 21% नीचे आ चुका है। पिछले कुछ सत्रों में स्टॉक में लगातार लोअर सर्किट भी देखने को मिला है। यह निवेशकों के बीच फैले डर को साफ दर्शाता है।
विश्लेषकों और ब्रोकरेज की राय
बाजार के ज्यादातर विश्लेषक इस स्टॉक को लेकर अब सतर्क हो गए हैं। उनका मानना है कि आने वाली तिमाहियों में BSE की कमाई पर दबाव देखने को मिल सकता है। उदाहरण के लिए, कई ब्रोकरेज फर्म्स ने अपनी चिंताओं को जाहिर किया है।
हालांकि, कुछ विश्लेषकों का यह भी मानना है कि लंबी अवधि के लिए यह गिरावट एक मौका हो सकती है। लेकिन उन्होंने यह भी साफ किया है कि इसमें जोखिम बहुत ज्यादा है। अंततः, ज्यादातर एक्सपर्ट्स अभी ‘रुको और देखो’ की रणनीति अपनाने की सलाह दे रहे हैं।
निवेशकों को अब क्या करना चाहिए?
अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि मौजूदा निवेशकों को क्या करना चाहिए। शॉर्ट-टर्म ट्रेडर्स को अभी इस स्टॉक से दूर रहने की सलाह दी जाती है। शेयर में अभी और अस्थिरता देखने को मिल सकती है।
लंबी अवधि के निवेशकों को कंपनी के भविष्य के ग्रोथ प्रॉस्पेक्ट्स का आकलन करना होगा। यदि आप किसी भी तरह का निवेश करने की सोच रहे हैं, तो पहले अपने वित्तीय सलाहकार से जरूर संपर्क करें। आप BSE की आधिकारिक वेबसाइट पर लेटेस्ट शेयर प्राइस देख सकते हैं। हमारी वेबसाइट पर शेयर बाजार से जुड़ी अन्य खबरें भी पढ़ें।