प्रशांत किशोर का BJP पर बड़ा हमला, वोटर लिस्ट पर उठाए सवाल
रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बिहार में एक बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने सीधे तौर पर वोटर लिस्ट पर सवाल उठाए हैं। यह हमला उन्होंने पूर्णिया जिले में अपनी जन सुराज पदयात्रा के दौरान किया। इसलिए, उनका यह बयान अब राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है। वास्तव में, पीके ने इसे एक बड़ी राजनीतिक साजिश बताया है।
प्रशांत किशोर ने दावा किया कि यह जानबूझकर किया जा रहा है। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि यह गरीबों को मतदान से दूर रखने का एक तरीका है। हालाँकि, उन्होंने इसके लिए किसी एक दल को जिम्मेदार नहीं ठहराया। बल्कि, उन्होंने पूरे राजनीतिक सिस्टम पर निशाना साधा है।
वोटर लिस्ट में जानबूझकर गड़बड़ी का आरोप
किशोर का कहना है कि मतदाता सूची में काफी बड़ी अनियमितताएं हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह कोई सामान्य गलती नहीं है, बल्कि एक नियोजित और सोची-समझी रणनीति का हिस्सा है। इस कारण, लाखों गरीब लोगों के नाम लिस्ट से गायब हैं। ये वो लोग हैं जो काम के लिए दूसरे राज्यों में जाते हैं।
उन्होंने कहा कि जब ये लोग वोट देने आते हैं, तो उनका नाम नहीं मिलता। अंततः, वे बिना वोट दिए लौट जाते हैं। प्रशांत किशोर ने इसे लोकतंत्र के साथ एक बड़ा धोखा बताया है। उनका मानना है कि पार्टियां ऐसा करके चुनाव जीतना चाहती हैं।
सिर्फ BJP नहीं, सभी दलों पर साधा निशाना
हालाँकि, प्रशांत किशोर का निशाना सिर्फ भाजपा पर नहीं था। उन्होंने कहा कि यह खेल पिछले 30 सालों से चल रहा है। इस तरह, उन्होंने लालू प्रसाद और नीतीश कुमार के शासनकाल पर भी सवाल खड़े किए। उनका कहना है कि सभी दलों ने इस सिस्टम का फायदा उठाया है।
वास्तव में, पीके खुद को इन सभी दलों के विकल्प के रूप में पेश कर रहे हैं। वे यह संदेश देना चाहते हैं कि पुरानी पार्टियां गरीबों की हितैषी नहीं हैं। यदि उनकी बात में सच्चाई है, तो यह एक गंभीर मामला है। आप बिहार की राजनीति के समीकरण को और गहराई से समझ सकते हैं। (यह एक इंटरनल लिंक है)।
कार्यकर्ताओं को दिया नया टास्क
इसके अलावा, प्रशांत किशोर ने सिर्फ आरोप नहीं लगाए। उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं को एक नया काम भी सौंपा है। उन्होंने कहा कि जन सुराज के कार्यकर्ता घर-घर जाएंगे। वे वोटर लिस्ट का सत्यापन करेंगे। जिन लोगों के नाम कटे हैं, उनके नाम जुड़वाए जाएंगे।
यह कदम उनकी जमीनी रणनीति का हिस्सा है। वे लोगों से सीधे जुड़कर अपना आधार मजबूत करना चाहते हैं। वोटर लिस्ट में नाम जोड़ने या हटाने की प्रक्रिया के लिए आप भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट देख सकते हैं। (यह एक आउटबाउंड लिंक है)।