दार्जिलिंग में भारी बारिश से तबाही, भूस्खलन में 2 की मौत
पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में भारी बारिश ने तबाही मचा दी है। लगातार हो रही बारिश से दार्जिलिंग में भूस्खलन की कई घटनाएं हुई हैं। इसलिए, पहाड़ी इलाकों में जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। वास्तव में, इस कुदरती आफत में दो लोगों की जान चली गई है। यह एक बड़ी पहाड़ी आपदा है।
यह घटना मानसून की सक्रियता के कारण हुई है। इसके अलावा, कई जगहों पर जमीन खिसकने से रास्ते बंद हो गए हैं। तीस्ता नदी का जलस्तर भी खतरनाक स्तर पर है। हालाँकि, प्रशासन ने बचाव और राहत का काम शुरू कर दिया है।
भूस्खलन से दो लोगों की दर्दनाक मौत
इस आपदा में सबसे दुखद खबर लोधामा इलाके से आई है। यहाँ भूस्खलन की चपेट में आने से एक 6 साल के बच्चे की मौत हो गई। इस कारण, पूरे इलाके में शोक का माहौल है। इसके अलावा, एक अन्य व्यक्ति की भी मौत की पुष्टि हुई है।
अधिकारियों के अनुसार, दोनों की मौत घर ढहने से हुई। प्रशासन ने प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद का भरोसा दिया है। अंततः, ऐसी घटनाएं मानसून के दौरान पहाड़ों में आम हो जाती हैं।
कई सड़कें बंद, संपर्क टूटा
भूस्खलन के कारण कई महत्वपूर्ण मार्ग बंद हो गए हैं। सिक्किम को जोड़ने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग-10 (NH-10) भी प्रभावित हुआ है। इस कारण, सैकड़ों गाड़ियां रास्ते में फंसी हुई हैं। कई पर्यटक और स्थानीय लोग परेशान हैं।
इसके अलावा, दार्जिलिंग के कई अंदरूनी रास्ते भी बंद हैं। यदि बारिश जारी रही, तो स्थिति और बिगड़ सकती है। प्रशासन सड़कों को साफ करने का काम कर रहा है। लेकिन, लगातार हो रहा भूस्खलन इसमें बाधा डाल रहा है।
बचाव और राहत कार्य जारी
आपदा के बाद प्रशासन तुरंत हरकत में आ गया है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की टीमें मौके पर हैं। वे स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर बचाव कार्य कर रही हैं। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाने की कोशिश की जा रही है।
जो लोग संवेदनशील इलाकों में रहते हैं, उन्हें सतर्क रहने को कहा गया है। आप मानसून में सुरक्षित रहने के उपाय के बारे में यहां पढ़ सकते हैं। (यह एक इंटरनल लिंक है)।
मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में और बारिश की चेतावनी दी है। आप मौसम की ताजा जानकारी के लिए भारत मौसम विज्ञान विभाग की वेबसाइट देख सकते हैं। (यह एक आउटबाउंड लिंक है)। अंततः, अगले कुछ दिन दार्जिलिंग के लिए चुनौतीपूर्ण रहेंगे।