(मुख्य सारांश): दक्षिण भारतीय सिनेमा की जानी-मानी अभिनेत्री सामंथा रुथ प्रभु एक बार फिर सुर्खियों में हैं। उनकी एक हालिया तस्वीर ने सोशल मीडिया पर उनके पुराने टैटू को लेकर नई बहस छेड़ दी है। जिसका सीधा संबंध उनके पूर्व पति नागा चैतन्य से है।
यह टैटू सिर्फ एक डिज़ाइन नहीं, बल्कि उनके करियर और निजी जीवन के एक महत्वपूर्ण अध्याय का प्रतीक है। इस रिपोर्ट में हम इस टैटू के पीछे की कहानी और इसके मौजूदा समय में वायरल होने के कारणों का विश्लेषण करेंगे।
क्या है ‘YMC’ टैटू का पूरा मामला?

सामंथा की गर्दन के ठीक नीचे पीठ पर ‘YMC’ अक्षरों का एक टैटू है। यह उनकी पहली तेलुगु फिल्म ‘ये माया चेसावे’ (Ye Maaya Chesave) का संक्षिप्त रूप है। यह फिल्म 2010 में रिलीज हुई थी और इसने सामंथा को रातों-रात स्टार बना दिया था।
खास बात यह है कि इसी फिल्म में उनके सह-कलाकार नागा चैतन्य थे। यहीं से दोनों के रिश्ते की शुरुआत हुई, जो बाद में शादी तक पहुंची। इसलिए, यह टैटू उनके पेशेवर जीवन की शुरुआत के साथ-साथ उनके व्यक्तिगत संबंधों का भी प्रतीक है।
सोशल मीडिया पर क्यों छिड़ी नई बहस?
हाल ही में सामंथा की एक तस्वीर वायरल हुई जिसमें यह टैटू स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है। इसके बाद से ही सोशल मीडिया पर प्रशंसकों की प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई है। 2021 में नागा चैतन्य से तलाक के बाद भी इस टैटू का होना लोगों के लिए चर्चा का विषय बन गया है।
फैंस इस पर लगातार मिली-जुली प्रतिक्रिया दे रहे हैं। कुछ इसे उनके मजबूत व्यक्तित्व का प्रमाण मानते हैं, जो अपने अतीत को स्वीकार करती हैं। वहीं, कुछ प्रशंसक इसे देखकर भावुक हो रहे हैं और उनके पुराने दिनों को याद कर रहे हैं।
सिर्फ एक टैटू या पुरानी यादों का प्रतीक?

विश्लेषकों का मानना है कि यह टैटू सिर्फ नागा चैतन्य के साथ सामंथा के बंधन तक सीमित नहीं है। बल्कि ‘ये माया चेसावे’ वह फिल्म थी, जिसने उनके करियर को एक मजबूत आधार प्रदान किया। यह उनकी पहली बड़ी सफलता थी, जिसने उन्हें आज इस मुकाम तक पहुंचाया है।
इस नजरिए से देखें तो टैटू को रखना उनके करियर के प्रति सम्मान को दर्शाता है। यह उनके संघर्ष और सफलता की कहानी का एक अभिन्न अंग है, जिसे मिटाना शायद उनके लिए आसान नहीं होगा।
तलाक के बाद भी क्यों कायम है यह निशानी?
सार्वजनिक जीवन में हस्तियों से अक्सर यह उम्मीद की जाती है कि वे अपने अतीत की निशानियों को पूरी तरह मिटा दें। हालांकि, सामंथा ने इस मामले पर कभी खुलकर बात नहीं की है।
यह संभव है कि वह इसे जीवन के एक हिस्से के रूप में देखती हैं, न कि सिर्फ एक असफल रिश्ते की याद के तौर पर। इसके अलावा, उनके शरीर पर चैतन्य से जुड़े और भी टैटू होने की खबरें रही हैं, जैसे उनकी पसली पर ‘Chay’ नाम का टैटू।
अंततः, यह उनका बेहद निजी फैसला है। फिलहाल, उनका पूरा ध्यान अपने काम पर केंद्रित है। वह जल्द ही ‘सिटाडेल: हनी बनी’ जैसी बड़ी परियोजनाओं में नजर आने वाली हैं, जो उनके पेशेवर विकास को दर्शाता है।