ताज़ा अपडेट
ब्रागा में खेले गए UEFA नेशंस लीग के एक बेहद तनावपूर्ण और निर्णायक मुकाबले में स्पेन ने पुर्तगाल को 1-0 से शिकस्त दे दी है। मैच के 88वें मिनट तक चले कड़े संघर्ष के बाद अल्वारो मोराटा के गोल ने स्पेन को फाइनल में जगह दिला दी। इस हार के साथ ही क्रिस्टियानो रोनाल्डो की टीम पुर्तगाल का अभियान समाप्त हो गया है।
मैच का वो पल, जिसने सब कुछ बदल दिया
यह मुकाबला ड्रॉ की ओर बढ़ता दिख रहा था, जो पुर्तगाल को फाइनल में पहुंचाने के लिए काफी था। लेकिन 88वें मिनट में स्पेनिश टीम ने एक शानदार मूव बनाया। दानी कार्वाहाल के लंबे क्रॉस पर सब्स्टीट्यूट खिलाड़ी निको विलियम्स ने हेडर से गेंद को गोल के सामने खड़े अल्वारो मोराटा की ओर बढ़ाया। मोराटा ने इस मौके को भुनाने में कोई गलती नहीं की और गेंद को आसानी से नेट में डालकर स्पेन को 1-0 की बढ़त दिला दी।
यह गोल पुर्तगाल के लिए एक बड़े झटके जैसा था। घरेलू मैदान पर खेल रही टीम और उसके समर्थक स्तब्ध रह गए। बचे हुए कुछ मिनटों में पुर्तगाल बराबरी का गोल नहीं कर सका और मैच स्पेन के पक्ष में समाप्त हुआ।
पुर्तगाल ने गंवाए जीत के सुनहरे मौके
हालांकि नतीजा स्पेन के पक्ष में गया, लेकिन मैच के बड़े हिस्से में पुर्तगाल का दबदबा देखने को मिला। टीम ने गोल करने के कई बेहतरीन अवसर बनाए, मगर वे उन्हें गोल में तब्दील नहीं कर सके। डियोगो जोटा और क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने स्पेन के डिफेंस को लगातार परेशान किया।
मैच के दूसरे हाफ में रोनाल्डो के पास गोल करने का एक सुनहरा मौका था, लेकिन स्पेन के गोलकीपर उनाई सिमोन ने शानदार बचाव करते हुए अपनी टीम को मैच में बनाए रखा। सिमोन ने पूरे मैच में कई महत्वपूर्ण बचाव किए, जो अंततः स्पेन की जीत का एक बड़ा कारण बना। पुर्तगाल की फिनिशिंग में कमी और सिमोन की दीवार जैसी गोलकीपिंग ने मैच का रुख पलट दिया।
स्पेन की रणनीति और कोच का मास्टरस्ट्रोक
स्पेन के कोच लुइस एनरिके की रणनीति इस जीत में बेहद अहम साबित हुई। स्पेन को हर हाल में जीत की दरकार थी, और टीम ने धैर्य के साथ मौके का इंतजार किया। दूसरे हाफ में कोच एनरिके द्वारा किए गए बदलाव गेम-चेंजर साबित हुए।
खास तौर पर, निको विलियम्स को मैदान पर उतारने का फैसला मास्टरस्ट्रोक था। विलियम्स ने मैदान पर आते ही स्पेन के आक्रमण में नई ऊर्जा भर दी और उन्हीं के असिस्ट पर विजयी गोल हुआ। यह दर्शाता है कि स्पेनिश कोच ने मैच की नब्ज को समझते हुए सही समय पर सही खिलाड़ी का इस्तेमाल किया।
ग्रुप का समीकरण और आगे की राह
इस मैच से पहले ग्रुप-A2 का समीकरण बेहद दिलचस्प था। पुर्तगाल 10 अंकों के साथ शीर्ष पर था और उसे फाइनल में जाने के लिए सिर्फ एक ड्रॉ की जरूरत थी। वहीं, स्पेन 8 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर था और उसे क्वालिफाई करने के लिए हर हाल में जीतना था।
इस नाटकीय जीत के बाद स्पेन 11 अंकों के साथ ग्रुप में पहले स्थान पर पहुंच गया, जबकि पुर्तगाल 10 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर खिसक गया। नतीजतन, स्पेन ने UEFA नेशंस लीग के फाइनल राउंड के लिए क्वालिफाई कर लिया है, जहां उसका सामना अन्य ग्रुप विजेताओं से होगा।
रोनाल्डो का संघर्ष और हाथ लगी निराशा
पुर्तगाल के कप्तान क्रिस्टियानो रोनाल्डो के लिए यह रात निराशाजनक रही। उन्होंने गोल करने की भरपूर कोशिश की और कई मौके भी बनाए, लेकिन वे सफल नहीं हो सके। मैच के अंतिम सीटी बजते ही उनकी निराशा चेहरे पर साफ झलक रही थी। घरेलू दर्शकों के सामने मिली इस हार ने टीम के साथ-साथ उनके प्रशंसकों को भी निराश कर दिया। पुर्तगाल का एक और बड़ा खिताब जीतने का सपना फिलहाल अधूरा रह गया।