एयर इंडिया जांच: हादसे में तोड़फोड़ की आशंका?
एयर इंडिया के एक पुराने विमान हादसे पर नई बहस छिड़ गई है। अब इस मामले में एक गंभीर एयर इंडिया जांच की मांग उठी है। इसमें तोड़फोड़ की आशंका जताई जा रही है। इसलिए, नागर विमानन मंत्रालय में हलचल तेज हो गई है। यह मामला बेहद संवेदनशील है।
यह दावा एक पायलट यूनियन ने किया है। इसके बाद एयर इंडिया ने मामले को देखने का आश्वासन दिया है। वास्तव में, इस नए दावे ने 2020 के कोझिकोड विमान हादसे की जांच पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
क्या है यह नया और चौंकाने वाला दावा?
यह दावा इंडियन कमर्शियल पायलट्स एसोसिएशन (ICPA) ने किया है। यह मामला 2020 के कोझिकोड विमान हादसे से जुड़ा है। उस हादसे में कई लोगों की जान चली गई थी। एसोसिएशन ने अब इसमें साजिश का शक जताया है।
एसोसिएशन का कहना है कि विमान का एक अहम लीवर गलत जगह पर था। यह कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) से छेड़छाड़ का संकेत हो सकता है। इसी कारण, तोड़फोड़ का शक गहरा गया है। यह एक बहुत गंभीर आरोप है।
पुरानी जांच रिपोर्ट में क्या था?
एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) ने अपनी रिपोर्ट में पायलट की गलती को कारण बताया था। रिपोर्ट में कहा गया था कि पायलट ने स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर का पालन नहीं किया। हालांकि, पायलट यूनियन इस रिपोर्ट से कभी सहमत नहीं था।
एयर इंडिया और सरकार का क्या है रुख?
पायलट यूनियन के इन नए आरोपों पर एयर इंडिया ने प्रतिक्रिया दी है। एयरलाइन ने कहा है कि वह इन दावों की जांच करेगा। इसके अलावा, यूनियन ने नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) से भी संपर्क किया है। वे एक स्वतंत्र जांच की मांग कर रहे हैं।
उदाहरण के लिए, यूनियन चाहता है कि इस मामले की जांच सीबीआई जैसी एजेंसी करे। उनका मानना है कि तभी सच सामने आ पाएगा। अंततः, सरकार के फैसले का इंतजार है।
विमान सुरक्षा के नियमों को विस्तार से समझने के लिए, आप हमारा यह लेख पढ़ सकते हैं: विमानन सुरक्षा नियम: वह सब जो आपको जानना चाहिए।
निष्कर्ष: सच्चाई की तलाश
कुल मिलाकर, कोझिकोड विमान हादसे का जिन्न एक बार फिर बाहर आ गया है। पायलट यूनियन के दावों ने मामले को नया मोड़ दिया है। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि एयर इंडिया जांच किस दिशा में आगे बढ़ती है। इस मामले में सच्चाई सामने आना बहुत जरूरी है।
विमानन हादसों की जांच और रिपोर्ट पर आधिकारिक जानकारी के लिए आप नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) की वेबसाइट देख सकते हैं।