क्लब वर्ल्ड कप में बड़ा उलटफेर, मॉन्टेरी ने डॉर्टमुंड को हराया
क्लब वर्ल्ड कप में बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। फुटबॉल की दुनिया इस अप्रत्याशित परिणाम से हैरान है। मैक्सिको के क्लब सीएफ मॉन्टेरी ने जर्मनी के दिग्गज बोरुसिया डॉर्टमुंड को 1-0 से मात दी। यह जर्मन टीम की हार किसी झटके से कम नहीं है। इस जीत के साथ मॉन्टेरी ने टूर्नामेंट में अपनी मजबूत दावेदारी पेश की है।
यह फुटबॉल मैच रिजल्ट कई मायनों में ऐतिहासिक है। डॉर्टमुंड को खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा था। हालाँकि, मॉन्टेरी ने शानदार खेल दिखाया। मैक्सिकन क्लब की यह शानदार जीत अब चर्चा का विषय बन गई है। इस मैच ने क्लब वर्ल्ड कप 2025 का रोमांच और बढ़ा दिया है।
पूरे मैच में डॉर्टमुंड का दबदबा रहा। लेकिन वास्तव में, वे गोल करने में नाकाम रहे। इसके अलावा, मॉन्टेरी की रक्षापंक्ति ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। उन्होंने डॉर्टमुंड के हर हमले को विफल कर दिया।
मैच का एकमात्र गोल बना निर्णायक
मैच का एकमात्र और निर्णायक गोल दूसरे हाफ में आया। यह गोल मॉन्टेरी के स्टार फॉरवर्ड सर्जियो कैनालेस ने किया। खेल के 78वें मिनट में उन्होंने यह गोल दागा। यह एक शानदार काउंटर अटैक पर किया गया गोल था। इस गोल ने पूरे स्टेडियम को हैरान कर दिया।
डॉर्टमुंड के डिफेंडर्स इस तेज हमले के लिए तैयार नहीं थे। कैनालेस ने गेंद को नियंत्रण में लिया। उसके बाद उन्होंने गोलकीपर को छकाते हुए गेंद को नेट में डाल दिया। इस एक गोल के बाद डॉर्टमुंड ने वापसी की बहुत कोशिश की। हालाँकि, वे सफल नहीं हो सके।
डॉर्टमुंड का दबदबा रहा बेकार
आंकड़ों के लिहाज से डॉर्टमुंड का पलड़ा भारी था। जर्मन टीम ने लगभग 70% समय गेंद पर नियंत्रण रखा। उन्होंने गोल पर 15 से ज्यादा शॉट लगाए। लेकिन उनकी फिनिशिंग बेहद खराब रही। मॉन्टेरी के गोलकीपर एस्टेबन एंड्राडा हीरो बनकर उभरे।
एंड्राडा ने कई निश्चित गोल बचाए। इस कारण, उन्हें ‘मैन ऑफ द मैच’ चुना गया। डॉर्टमुंड के फॉरवर्ड यूसुफा मौकोको और डोनील मालेन ने कई मौके गंवाए। अंततः, यही मौके उनकी हार का कारण बने।
मॉन्टेरी की अनुशासित रक्षा और रणनीति
मॉन्टेरी के कोच फर्नांडो ऑर्टिज़ की रणनीति पूरी तरह सफल रही। उन्होंने टीम को रक्षात्मक रूप से मजबूत बनाए रखा। उनकी टीम ने अनुशासन का बेहतरीन परिचय दिया। टीम ने डॉर्टमुंड को खुलकर खेलने का मौका नहीं दिया।
इस जीत ने साबित कर दिया कि फुटबॉल में सिर्फ दबदबा काफी नहीं है। बल्कि, सही समय पर सही रणनीति अपनाना जरूरी है। मॉन्टेरी ने यह करके दिखाया है। यह जीत पूरी टीम के सामूहिक प्रयास का नतीजा है।
मैच से पहले ही हमने अपने विश्लेषण में बताया था कि मॉन्टेरी उलटफेर कर सकती है। उनकी टीम ने जवाबी हमले की रणनीति अपनाई। जब भी उन्हें मौका मिला, उन्होंने तेजी से हमला किया। इसी तरह की एक कोशिश में उन्हें सफलता भी मिली।
इस उलटफेर के क्या हैं मायने?
इस हार से डॉर्टमुंड के अभियान को बड़ा झटका लगा है। अब उन्हें अगले दौर में जाने के लिए अपने बाकी मैच जीतने होंगे। यह उनके लिए ‘करो या मरो’ की स्थिति होगी। कोच एडिन टेर्जिक पर भी दबाव बढ़ गया है।
दूसरी ओर, इस जीत से मॉन्टेरी का आत्मविश्वास सातवें आसमान पर है। अब उन्हें टूर्नामेंट की ‘डार्क हॉर्स’ माना जा रहा है। यह जीत न केवल मॉन्टेरी के लिए, बल्कि पूरे कॉनकाकैफ क्षेत्र के फुटबॉल के लिए बड़ी है। यदि वे आगे भी ऐसा प्रदर्शन करते हैं, तो वे खिताब भी जीत सकते हैं। आप मैच के और आँकड़ों के लिए फीफा की आधिकारिक वेबसाइट देख सकते हैं।