पानीपत में बड़ा हादसा, स्टेडियम में किशोर के सिर में घुसा भाला
हरियाणा के पानीपत से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां शिवाजी स्टेडियम में एक **पानीपत में दर्दनाक हादसा** हुआ। एक किशोर के सिर में भाला (जैवलिन) घुस गया। यह घटना खेल के दौरान हुई। इसके बाद स्टेडियम में अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
यह भयानक दुर्घटना स्टेडियम की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है। इसके अलावा, इस घटना ने खिलाड़ियों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। घायल किशोर को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
कैसे हुआ यह भयानक हादसा?
यह घटना उस समय हुई जब किशोर ट्रैक पर दौड़ रहा था। पास में ही एक एथलीट जैवलिन थ्रो का अभ्यास कर रहा था। वास्तव में, एथलीट का निशाना चूक गया। भाला सीधे ट्रैक पर दौड़ रहे किशोर की तरफ गया। वह उसके सिर में जा लगा।
इस कारण, किशोर वहीं पर गिर पड़ा। भाला उसके माथे में काफी अंदर तक धंस गया था। यह दृश्य देखकर वहां मौजूद सभी लोग सहम गए। अंततः, लोगों ने मिलकर उसे अस्पताल पहुंचाया।
गंभीर स्थिति: घायल किशोर की पहचान प्रिंस के रूप में हुई है। उसकी उम्र करीब 14 साल है। डॉक्टरों की टीम उसके इलाज में जुटी है।
स्टेडियम में सुरक्षा पर उठे गंभीर सवाल
इस हादसे ने स्टेडियम प्रबंधन की बड़ी लापरवाही को उजागर किया है। यह एक बड़ा सवाल है कि अभ्यास के दौरान सुरक्षा नियम क्यों नहीं अपनाए गए। जब एक खिलाड़ी थ्रो का अभ्यास कर रहा था, तो ट्रैक पर दौड़ने की इजाजत क्यों दी गई?
इसलिये, इस घटना की पूरी जांच होनी चाहिए। यदि तो कोई कोच या अधिकारी वहां मौजूद था, तो उसकी जिम्मेदारी बनती है। खेलों के दौरान सुरक्षा के नियम बेहद सख्त होने चाहिए। (यह एक आंतरिक लिंक है)।
प्रशासन की बड़ी चूक
यह घटना प्रशासन और स्टेडियम प्रबंधन की बड़ी चूक को दिखाती है। अक्सर मैदान पर अलग-अलग खेलों के लिए समय तय होता है। हालांकि, यहां ऐसा कुछ नहीं दिखा। एक ही समय पर थ्रो और रनिंग का अभ्यास चल रहा था।
इस खबर की विस्तृत जानकारी के लिए आप मूल लेख जागरण पर पढ़ सकते हैं। (यह एक आउटबाउंड लिंक है)। यह घटना भविष्य के लिए एक सबक है। खेल के मैदानों पर सुरक्षा को और अधिक गंभीरता से लेने की जरूरत है।