RTE एडमिशन 2025: दूसरे चरण की प्रक्रिया 1 जुलाई से शुरू, जानें सबकुछ
शिक्षा का अधिकार (RTE) कानून के तहत आरटीई एडमिशन 2025 की प्रक्रिया जारी है। अब दूसरे चरण के दाखिले की तारीख सामने आ गई है। यह प्रक्रिया 1 जुलाई से शुरू होने जा रही है। वास्तव में, यह उन हजारों अभिभावकों के लिए एक बड़ी राहत है, जिनके बच्चे पहले चरण में सीट हासिल नहीं कर सके थे।
यह प्रवेश प्रक्रिया कमजोर आय वर्ग और वंचित समूहों के बच्चों के लिए है। इसके तहत निजी स्कूलों में 25% सीटें आरक्षित होती हैं। इस कारण, यह कानून सामाजिक समानता को बढ़ावा देता है। यह बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का अवसर प्रदान करता है।
क्या है दूसरे चरण की दाखिला प्रक्रिया?
पहले चरण की लॉटरी के बाद कई स्कूलों में सीटें खाली रह जाती हैं। इन्हीं खाली सीटों को भरने के लिए दूसरा चरण आयोजित किया जाता है। इसकी प्रक्रिया भी पूरी तरह ऑनलाइन होती है। अभिभावकों को पोर्टल पर जाकर आवेदन करना होता है।
आवेदन के बाद शिक्षा विभाग एक और लॉटरी निकालता है। इसमें चयनित बच्चों को स्कूल आवंटित किए जाते हैं। इसके अलावा, अभिभावकों को निर्धारित समय के भीतर स्कूल में रिपोर्ट करना होता है। यह प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी रखी जाती है।
आवेदन के लिए जरूरी दस्तावेज
दूसरे चरण में आवेदन के लिए भी वही दस्तावेज चाहिए होते हैं। उदाहरण के लिए, बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र एक अनिवार्य कागज है। इसके साथ ही निवास प्रमाण पत्र और अभिभावक का आय प्रमाण पत्र भी जरूरी है। आरक्षित वर्ग के आवेदकों को जाति प्रमाण पत्र भी देना होता है। सभी दस्तावेजों की पूरी जानकारी हमारे डॉक्यूमेंट गाइड में उपलब्ध है।
चयन होने पर आगे क्या करें?
लॉटरी में नाम आने के बाद अभिभावकों को एक आवंटन पत्र मिलता है। उन्हें यह पत्र और सभी मूल दस्तावेज लेकर आवंटित स्कूल में जाना होता है। स्कूल प्रबंधन दस्तावेजों का सत्यापन करता है। हालांकि, सत्यापन के बाद ही दाखिला पक्का माना जाता है।
अभिभावकों को समय-सीमा का विशेष ध्यान रखना चाहिए। यदि वे तय समय में स्कूल नहीं पहुंचते, तो सीट रद्द हो सकती है। ऐसी स्थिति में वह सीट अगले उम्मीदवार को दे दी जाती है।
आधिकारिक जानकारी और अपने राज्य के पोर्टल का पता लगाने के लिए आप भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के पोर्टल को देख सकते हैं। अंततः, यह प्रक्रिया बच्चों के भविष्य को संवारने का एक महत्वपूर्ण जरिया है। अभिभावकों को इसके प्रति जागरूक रहना चाहिए।