टीसीएस पहली तिमाही के नतीजे: मुनाफा बढ़ा, लेकिन उम्मीदें अधूरी
वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में टीसीएस का प्रदर्शन सामने है। कंपनी ने अपने नतीजों में स्थिरता दिखाई है। लेकिन वास्तव में, बाजार की उम्मीदें इससे कहीं ज्यादा थीं। इसके अलावा, कंपनी ने निवेशकों के लिए डिविडेंड का भी ऐलान किया है। यह कदम निवेशकों का भरोसा बनाए रखने में मदद कर सकता है।
नतीजों के मुख्य बिंदु: आंकड़ों की कहानी
इस तिमाही में टीसीएस का कंसोलिडेटेड शुद्ध मुनाफा 9% बढ़ा है। यह बढ़कर ₹12,075 करोड़ पर पहुंच गया। पिछले साल इसी तिमाही में यह ₹11,074 करोड़ था। इसलिए, साल-दर-साल आधार पर यह एक स्वस्थ वृद्धि है। यह आंकड़ा कंपनी की मजबूत स्थिति को दिखाता है।
राजस्व और मार्जिन का हाल
कंपनी का राजस्व भी सालाना आधार पर 3.4% बढ़ा है। यह ₹62,895 करोड़ रहा। हालांकि, यह बढ़ोतरी भी बाजार के अनुमान से थोड़ी कम है। ऑपरेटिंग मार्जिन 23.1% पर स्थिर रहा। मार्जिन पर दबाव वैश्विक चुनौतियों को दर्शाता है। यदि मैक्रो इकोनॉमिक माहौल सुधरता है, तो मार्जिन बेहतर हो सकते हैं।
निवेशकों के लिए डिविडेंड का तोहफा
निदेशक मंडल ने निवेशकों को एक अच्छा तोहफा दिया है। कंपनी ने ₹10 प्रति इक्विटी शेयर के अंतरिम डिविडेंड की घोषणा की है। यह निवेशकों के लिए एक सकारात्मक खबर है। उदाहरण के लिए, यह डिविडेंड शेयरधारकों को सीधा वित्तीय लाभ पहुंचाएगा। अंततः, कंपनी ने इस डिविडेंड के लिए 20 जुलाई को रिकॉर्ड डेट तय की है।
डील विन और मैनेजमेंट की कमेंट्री
इस तिमाही में टीसीएस की डील बुकिंग मजबूत रही है। कंपनी ने कुल 10.2 बिलियन डॉलर की डील्स हासिल की हैं। यह एक बहुत बड़ा आंकड़ा है। इस कारण, कंपनी का भविष्य का रेवेन्यू पाइपलाइन मजबूत दिख रहा है। मैनेजमेंट ने भविष्य को लेकर सतर्क लेकिन सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाया है।
टीसीएस के सीईओ एन. कृतिवासन ने कहा कि यह एक संतोषजनक शुरुआत है। उन्होंने कहा कि कंपनी जेनरेटिव एआई में निवेश बढ़ा रही है। इसके अलावा, एट्रीशन रेट (कर्मचारियों के नौकरी छोड़ने की दर) में भी कमी आई है। यह अब 11.5% पर है, जो एक अच्छा संकेत है।
बाजार और आईटी सेक्टर के लिए संकेत
टीसीएस के नतीजे पूरे आईटी सेक्टर के लिए दिशा तय करते हैं। ये नतीजे बताते हैं कि वैश्विक स्तर पर मांग अभी भी कमजोर है। हालांकि, बड़ी और मजबूत कंपनियां इस माहौल में भी टिक सकती हैं। इन नतीजों का असर इंफोसिस और विप्रो जैसी अन्य कंपनियों पर भी दिखेगा।
नतीजे आने से पहले टीसीएस का शेयर हल्की बढ़त पर था। लेकिन, अनुमान से थोड़े कमजोर आंकड़ों के बाद दबाव देखा जा सकता है। विश्लेषकों का मानना है कि आईटी सेक्टर में रिकवरी धीरे-धीरे होगी। इसलिए, निवेशकों को लंबी अवधि का नजरिया रखना चाहिए। अधिक जानकारी के लिए, आप टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज की आधिकारिक वेबसाइट पर जा सकते हैं।