ट्रेंट शेयर में भारी गिरावट, नुवामा ने घटाई रेटिंग
टाटा ग्रुप की रिटेल कंपनी ट्रेंट लिमिटेड के शेयरों में मंगलवार को भारी बिकवाली देखी गई। कंपनी के शेयर 7% तक लुढ़क गए। ट्रेंट शेयर में यह गिरावट पहली तिमाही (Q1) के नतीजों के बाद आई। नतीजों में ग्रोथ उम्मीद से कम रही। इसके अलावा, ब्रोकरेज फर्म नुवामा ने स्टॉक की रेटिंग को डाउनग्रेड कर दिया है। इस कारण निवेशकों की धारणा पर नकारात्मक असर पड़ा।
शेयर बाजार में यह कमजोरी साफ नजर आई। कारोबार के दौरान शेयर ने ₹4,650 का निचला स्तर छुआ। हालांकि, कंपनी का प्रदर्शन पूरी तरह खराब नहीं था। लेकिन बाजार की उम्मीदें काफी ऊंची थीं। अंततः, उम्मीदों पर खरा न उतरने के कारण बिकवाली का दबाव बना।
तिमाही नतीजों ने क्यों किया निराश?
ट्रेंट के पहली तिमाही के नतीजे कुछ मोर्चों पर कमजोर रहे। कंपनी के राजस्व में सालाना आधार पर 32% की वृद्धि हुई। यह एक मजबूत आंकड़ा है। लेकिन, निवेशकों की नजर लाइक-फॉर-लाइक (LFL) ग्रोथ पर थी। यह ग्रोथ 10% से भी कम रही।
विश्लेषकों को 12-13% LFL ग्रोथ की उम्मीद थी। वास्तव में, यह उम्मीद से काफी कम था। LFL ग्रोथ से पता चलता है कि पुराने स्टोर्स कैसा प्रदर्शन कर रहे हैं। इस मोर्चे पर निराशा हाथ लगने से चिंता बढ़ी। इसके अलावा, कंपनी के EBITDA मार्जिन में भी 40 बेसिस पॉइंट्स की मामूली गिरावट आई।
नुवामा ने क्यों घटाई स्टॉक की रेटिंग?
घरेलू ब्रोकरेज फर्म नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने नतीजों के बाद अपनी राय बदल दी। नुवामा ने ट्रेंट शेयर में गिरावट की आशंका जताते हुए रेटिंग को ‘खरीदें’ से घटाकर ‘होल्ड’ कर दिया है।
वैल्यूएशन की चिंता
नुवामा के अनुसार, ट्रेंट का शेयर काफी महंगे वैल्यूएशन पर ट्रेड कर रहा है। ऐसे में किसी भी छोटी सी चूक की गुंजाइश नहीं रहती है। पहली तिमाही में LFL ग्रोथ का कमजोर होना एक ऐसी ही चूक थी। ब्रोकरेज का मानना है कि मौजूदा कीमत पर जोखिम बढ़ गया है। हालांकि, उन्होंने टारगेट प्राइस में मामूली बदलाव करते हुए इसे ₹5,309 किया है।
लंबी अवधि का नजरिया बरकरार
रेटिंग घटाने के बावजूद, नुवामा कंपनी के भविष्य को लेकर सकारात्मक है। ब्रोकरेज ने कहा कि ट्रेंट एक बेहतरीन लॉन्ग-टर्म ग्रोथ स्टोरी है। कंपनी अपने स्टोर्स का तेजी से विस्तार कर रही है। उदाहरण के लिए, वेस्टसाइड और जूडियो लगातार नए स्टोर खोल रहे हैं। यह लंबी अवधि में कंपनी के लिए फायदेमंद साबित होगा।
निवेशकों के लिए अब क्या?
इस बड़ी गिरावट ने निवेशकों के मन में सवाल खड़े कर दिए हैं। एक्सपर्ट्स का मानना है कि छोटी अवधि में शेयर पर दबाव बना रह सकता है। कंपनी को अगली तिमाहियों में ग्रोथ को लेकर निवेशकों का भरोसा जीतना होगा। यदि ग्रोथ पटरी पर लौटती है, तो शेयर में फिर से तेजी आ सकती है।
निवेशकों को कंपनी के प्रदर्शन पर नजर रखनी चाहिए। टाटा ग्रुप का हिस्सा होने के कारण कंपनी की बुनियाद मजबूत है। आप टाटा ग्रुप के अन्य शेयरों के प्रदर्शन का भी विश्लेषण कर सकते हैं। यह आपको एक बेहतर परिप्रेक्ष्य देगा।
अंततः, ट्रेंट की कहानी ग्रोथ और वैल्यूएशन के बीच संतुलन की है। कंपनी की विस्तार योजनाएं आकर्षक हैं, लेकिन मौजूदा कीमत पर बाजार किसी भी कमजोरी को माफ करने के मूड में नहीं है। अधिक विस्तृत और आधिकारिक आंकड़ों के लिए, आप बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) की वेबसाइट देख सकते हैं।