ट्रंप की धमकी पर मस्क का पलटवार, बोले- ‘सब्सिडी खत्म करो’
टेस्ला के सीईओ एलन मस्क और पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। एलन मस्क डोनाल्ड ट्रंप विवाद ने एक नया मोड़ ले लिया है। ट्रंप ने टेस्ला को मिलने वाली सब्सिडी खत्म करने की धमकी दी। इसके जवाब में मस्क ने उन्हें खुली चुनौती दे डाली। इसलिए, यह मामला अब सुर्खियों में है।
मस्क ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “सब कुछ खत्म कर दो”। हालांकि, इस बयान के गहरे राजनीतिक और आर्थिक मायने हैं। यह टकराव अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से पहले हो रहा है। इस कारण, यह और भी महत्वपूर्ण हो गया है।
ट्रंप ने क्या दी थी धमकी?
डोनाल्ड ट्रंप ने एक रैली के दौरान यह बयान दिया था। उन्होंने इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) पर मिलने वाली सरकारी सब्सिडी का विरोध किया। उन्होंने कहा कि अगर वे दोबारा राष्ट्रपति बनते हैं, तो इन सभी को खत्म कर देंगे। इस दौरान उन्होंने सीधे तौर पर एलन मस्क और उनकी कंपनी टेस्ला का जिक्र किया।
ट्रंप ने कहा कि ये सब्सिडी बाजार में असंतुलन पैदा कर रही हैं और उन्हें इससे अन्यायपूर्ण लाभ मिल रहा है। इसके साथ ही, उन्होंने इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) से जुड़ी नीतियों पर भी आपत्ति जताई। उनका यह बयान उन वोटर्स को लुभाने की कोशिश हो सकता है जो पारंपरिक ऑटो उद्योग से जुड़े हैं।
मस्क ने दिया तीखा और सीधा जवाब
ट्रंप की धमकी पर एलन मस्क चुप नहीं बैठे। उन्होंने तुरंत पलटवार किया। मस्क ने लिखा कि टेस्ला को अपने मिशन के लिए किसी सब्सिडी की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि सब्सिडी बाजार में विकृति पैदा करती है। यह कंपनियों को गलत दिशा में ले जाती है।
लेकिन वास्तव में, मस्क का तर्क है कि उनकी कारें उत्पाद की गुणवत्ता के कारण बिकती हैं, न कि सब्सिडी के कारण। उन्होंने यह भी दावा किया कि मौजूदा सब्सिडी नीतियां उनके प्रतिद्वंद्वियों को ज्यादा फायदा पहुंचा रही हैं। अंततः, उन्होंने ट्रंप को चुनौती देते हुए कहा कि वे सारी सब्सिडी खत्म कर दें।
सब्सिडी का पूरा खेल और उसका असर
अमेरिका में बाइडेन प्रशासन ने इन्फ्लेशन रिडक्शन एक्ट (IRA) के तहत ईवी पर भारी सब्सिडी दी है। इसका मकसद स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देना है। अमेरिकी सरकार की नीतियां इस दिशा में लगातार काम कर रही हैं। (यह एक आउटबाउंड लिंक है) इस सब्सिडी से टेस्ला समेत कई कंपनियों को फायदा हुआ है।
यदि यह सब्सिडी खत्म होती है, तो इलेक्ट्रिक कारों की कीमतें बढ़ सकती हैं। इसका असर पूरे ईवी बाजार पर पड़ेगा। मस्क का बयान यह दिखाने की कोशिश है कि टेस्ला बिना किसी सरकारी मदद के भी टिक सकती है। यह उनके आत्मविश्वास को दर्शाता है। यह पूरा मामला आगामी अमेरिकी चुनाव के आर्थिक असर से भी जुड़ा है। (यह एक इंटरनल लिंक है)
फिलहाल, दोनों दिग्गजों के बीच का यह टकराव चर्चा का विषय है। इससे न केवल उनकी व्यक्तिगत प्रतिद्वंद्विता दिखती है, बल्कि अमेरिका की भविष्य की आर्थिक और ऊर्जा नीति की झलक भी मिलती है।