Tuesday, July 1, 2025
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    चंडीगढ़ डीएसपी फर्जी प्रोफाइल: ठगों ने मांगी मदद

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    चंडीगढ़ डीएसपी फर्जी प्रोफाइल, ठगों ने मांगी मदद

    चंडीगढ़ में साइबर ठगी का एक नया मामला सामने आया है। ठगों ने इस बार यूटी पुलिस के एक पुलिस उपाधीक्षक (चंडीगढ़ डीएसपी फर्जी प्रोफाइल) को निशाना बनाया। उनका **चंडीगढ़ डीएसपी का फर्जी प्रोफाइल** फेसबुक पर बनाया गया। इसलिए, इस घटना ने पुलिस विभाग को भी सतर्क कर दिया है।

    साइबर अपराधियों ने डीएसपी की तस्वीर का इस्तेमाल किया। उन्होंने एक **नकली अकाउंट** बनाकर उनके दोस्तों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी। इसके अलावा, ठगों ने मैसेंजर पर लोगों से संपर्क करना शुरू कर दिया। यह **साइबर क्राइम चंडीगढ़** में लगातार बढ़ रहा एक गंभीर मुद्दा है।

    हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब किसी अधिकारी का फर्जी प्रोफाइल बना हो। लेकिन वास्तव में, इस बार ठगों ने सीधे-सीधे मदद के बहाने पैसे मांगने शुरू कर दिए। अंततः, डीएसपी को जब इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने तुरंत कार्रवाई की।

    चंडीगढ़ डीएसपी फर्जी प्रोफाइल

    कैसे हुआ धोखाधड़ी का खुलासा?

    डीएसपी के कुछ दोस्तों और जानकारों को फेसबुक पर फ्रेंड रिक्वेस्ट मिली। प्रोफाइल पर डीएसपी की तस्वीर लगी थी। इस कारण, लोगों ने आसानी से रिक्वेस्ट स्वीकार कर ली। इसके तुरंत बाद, ठगों ने अपना काम शुरू कर दिया।

    उदाहरण के लिए, ठगों ने मैसेंजर पर संदेश भेजकर एक जरूरी काम का बहाना बनाया। उन्होंने कहा कि वे एक मीटिंग में हैं और कॉल नहीं कर सकते। इसलिए, उन्हें तत्काल कुछ पैसों की जरूरत है। उन्होंने ऑनलाइन गिफ्ट वाउचर या सीधे पैसे ट्रांसफर करने को कहा।

    यदि कोई व्यक्ति झांसे में आ जाता, तो उसे बड़ा आर्थिक नुकसान हो सकता था। हालांकि, डीएसपी के एक करीबी दोस्त को शक हुआ। उन्होंने सीधे डीएसपी को फोन कर इस बारे में पूछा। तब जाकर इस पूरी धोखाधड़ी का पर्दाफाश हुआ।

    पुलिस की कार्रवाई और जांच

    मामले की जानकारी मिलते ही डीएसपी ने तुरंत साइबर क्राइम सेल को सूचित किया। पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है।

    जांच में जुटी साइबर सेल

    साइबर सेल की टीम अब इस फर्जी प्रोफाइल की जांच कर रही है। प्रोफाइल बनाने वाले की आईपी एड्रेस का पता लगाया जा रहा है। इसके अलावा, पुलिस फेसबुक से भी संपर्क कर रही है। ताकि इस नकली अकाउंट को जल्द से जल्द हटाया जा सके।

    पुलिस का कहना है कि यह एक संगठित गिरोह का काम हो सकता है। ऐसे गिरोह अक्सर प्रतिष्ठित लोगों के प्रोफाइल बनाकर ठगी करते हैं। आप ऑनलाइन धोखाधड़ी से कैसे बचें, इस पर हमारा विस्तृत लेख पढ़ सकते हैं।

    आम जनता के लिए चेतावनी

    चंडीगढ़ पुलिस ने इस घटना के बाद लोगों के लिए एडवाइजरी जारी की है। पुलिस ने कहा है कि किसी भी अनजान प्रोफाइल से दोस्ती करने से पहले सतर्क रहें। खासकर अगर कोई ऑनलाइन पैसे मांगता है।

    किसी भी अधिकारी या दोस्त के नाम से पैसे मांगने वाले संदेश पर भरोसा न करें। पहले उस व्यक्ति से फोन पर बात करके पुष्टि कर लें। अगर आपके साथ कोई ऐसी घटना होती है, तो तुरंत इसकी शिकायत राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल cybercrime.gov.in पर दर्ज कराएं।

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